बेहद गंभीर आरोपों के बावजूद मोदी सरकार अर्णब पर मेहरबान क्यों है ! वो कार्रवाइयाँ जो होनी चाहिये, नहीं हुई ! क्यों ! पूरा ब्यौरा ।
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।