आखिर किसान क्यों सरकार की बात नहीं मानते ? क्यों वो रैली निकालने पर तुले हैं ? आखिर मक़सद क्या है ? हिंसा हुई तो ! आशुतोष के साथ चर्चा में विजय त्रिवेदी, अविक साहा, राहुल राज, एम जे खान ।
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।