दिल्ली की पूर्व सीएम शीला दीक्षित का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया है। वह 81 साल की थीं। देखिये आशुतोष कैसे याद करते हैं, शीला दीक्षित का क्या रहा है दिल्ली के विकास में योगदान और वह किस तरह की नेता थीं।
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।