फ़र्ज़ी ख़बरें फैलाने वाले अमित मालवीय के ख़िलाफ़ कार्रवाई क्यों नहीं होती? क्या राजेश पायलट के बारे में फेक न्यूज़ फैलाने के लिए उनके ख़िलाफ़ केस दर्ज़ होगा? क्या वे अपनी ग़लती के लिए माफ़ी माँगेंगे? मालवीय की ढेरों फ़ेक न्यूज़ पकड़ी गई हैं मगर सरकार उनके ख़िलाफ़ कार्रवाई क्या इसलिए क्योंकि वे बीजेपी के आईटी सेल के सरगना हैं?