किसानों को विपक्ष ने बहकाया है ? किसान प्रधानमंत्री की बात क्यों नहीं मानते ? आशुतोष के साथ चर्चा में अखिलेश प्रताप सिंह, अश्विनी शाही, पुष्पेंद्र चौधरी, मधुरेंद्र सिन्हा और हरजिंदर ।
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।