महाराष्ट्र में गर्वनर क्यों सरकार नहीं बनने देना चाहते हैं? शिवसेना को बीजेपी की तरह पर्याप्त समय क्यों नहीं मिला? क्या गवर्नर ने किसी के दबाव में ऐसा किया? सत्य हिंदी पर देखिए आशुतोष की बात।
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।