बेंगलूरू में 26 दलों का INDIA बन गया । एक साथ रहने और मोदी से लडने की क़समें खाई लेकिन क्या ये मोर्चा एनडीए से लड़ पायेगा ? क्या ये चुनाव तक एक रह पायेगा ? क्या गारंटी है कि ये इसके दल टूटेंगे नहीं ?
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।