अडानी मुद्दे की जांच तो नहीं लेकिन बाजी उलट गई?
कांग्रेस के प्रवक्ता पवन खेड़ा को हवाई जहाज़ से उतार कर गिरफ़्तार किया गया । ये काम किया असम की पुलिस ने । क्यों किया गिरफ्तार ? क्या ये मोदी पर आपत्तिजनक टिप्पणी बर्दास्त नहीं लेकिन विपक्ष को जी भर कर गाली दी जा सकती है ? क्या ये लोकतंत्र है या अघोषित आपात काल?