जासूसी कांड में बुरी फँसी सरकार ! वो जाँच क्यों नहीं करवाना चाहती ! क्या राज है जिसका डर है ! आशुतोष के साथ चर्चा में राहुल देव, शिवकांत, यशोवर्धन आज़ाद, अशोक वानखेड़े और आलोक जोशी ।
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।