अलीगढ़ में मोदी का भाषण। कितना भरोसा करे मुसलमान? और क्यों करे? आशुतोष के साथ चर्चा में फैज़ल अली, सबा नकवी, फ़िरदौस मिर्ज़ा और विजय त्रिवेदी।
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।