क्या पप्पू की इमेज बदल रहे हैं राहुल गांधी ? आपात काल पर गलती मानने के कारण ? आशुतोष के साथ चर्चा में पुष्पेश पंत, इरफ़ान हबीब और आलोक जोशी !
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।