भारतीय शेयर बाजार ने सोमवार को रिकॉर्ड तोड़ गिरावट देखी, जिसने दालाल स्ट्रीट और उससे परे तक झटके भेज दिए। यह सिर्फ भारत तक सीमित नहीं था—एशियाई शेयर बाजारों को भी भारी नुकसान हुआ। निवेशकों में घबराहट और अनिश्चितता के बड़े पैमाने पर छाए होने के साथ, लोग पूछ रहे हैं: यह क्या हो गया? और इससे भी महत्वपूर्ण, आगे क्या होगा?
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।