शरद पवार और अजित में रस्साकसी जारी ? अजित क्यों नहीं बता पा रहे हैं कि कितने विधायक है उनके पास ? शिंदे गुट नाराज़ हैं क्योंकि उसका स्पेस सिकुड़ गया है ? शरद पवार खड़ा कर पायेंगे अपनी पार्टी और क्या अब कांग्रेस का नंबर है ? आशुतोष के साथ चर्चा में जावेद अंसारी, वाहिद अली और रोहित चंदावरकर ।
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।