लोकतांत्रिक आंदोलन शांतिपूर्ण ! क्या अदालत का दखल सही ! आशुतोष के साथ चर्चा में संजय हेगड़े, आभा सिंह, हिम्मत शेरगिल, माजिद मेनन, अविक साहा और आलोक जोशी ।
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।