सुदर्शन टीवी के नौकरशाही जेहाद जैसे कार्यक्रम पर रोक सुप्रीम कोर्ट ने लगा दी है। लेकिन जो टिप्पणियाँ की हैं वो बेलगाम टीवी चैनलों पर नकेल कसने की दिशा में बड़े कदम हो सकते हैं।
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।