सूरत, जो हीरा काटने का वैश्विक केंद्र है, लंबे समय से निर्यात में अरबों डॉलर से भारत की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा दे रहा है, लेकिन अब इसकी चमकदार विरासत कगार पर है। वरिष्ठ पत्रकार मीनू जैन की रिपोर्ट के अनुसार, प्रयोगशाला में उगाए गए हीरे — सस्ते, पर्यावरण के अनुकूल विकल्प — प्राकृतिक रत्नों की मांग को कम कर रहे हैं, जिससे आपूर्ति बढ़ने के साथ कीमतों में गिरावट आ रही है।
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