औरंगज़ेब का शासन, कार्य और सोच आज से 300 साल पुरानी बात हो गई है, इसके बाद भी औरंगजेब की कब्र को उखाड़ फेंकने के लिए ‘कुछ लोग’ इतने आतुर दिख रहे हैं, जैसे आज के प्रशासन के पास और कोई भी यथार्थवादी काम बचा ही न हो। जलवायु परिवर्तन आज का सबसे बड़ा यथार्थ है, जो देश की खाद्य सुरक्षा और लगभग 70% ग्रामीण आबादी के भविष्य को नष्ट करने पर आमादा है, जलवायु परिवर्तन आज भारत की लगभग सारी आबादी के लिए सबसे ज़रूरी विषय है लेकिन उस पर चर्चा, विचार करने के लिए ना ही सरकार तैयार है और न ही वे ‘कुछ लोग’ जिनका अस्तित्व औरंगज़ेब पर टिका हुआ है।
जलवायु संकट: 102 मौतें, पर सरकार को औरंगज़ेब की कब्र से फुर्सत कहाँ?
- विमर्श
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- 14 Apr, 2025

फोटो साभार : एक्स/@myo2s2
भारत में हीटवेव, सूखा और बाढ़ जैसी एक्स्ट्रीम वेदर इवेंट्स से कई जानें जा चुकी हैं, लेकिन सत्ता में बैठे लोग ज़मीन पर राहत देने के बजाय इतिहास की कब्रें खोदने में व्यस्त हैं। क्या यही है प्राथमिकता?