13 जनवरी से महाकुंभ शुरू होने वाला है, और वृहद स्तर पर इसकी तैयारियां चल रही हैं। खबरों की मानें तो, यहाँ ऊपर उड़ने वाले ड्रोन के अतिरिक्त पानी के अंदर चलने वाले ड्रोन भी तैनात किए गए हैं। लगभग 7000 करोड़ रुपए खर्च करके 40 दिनों में 40 करोड़ भक्तों के लिए व्यवस्था का दावा किया गया है; जिसमें 1.5 लाख से अधिक शौचालय और लगभग इतने ही टेंट लगाये गए हैं। यह अलग बात है कि यह महाकुंभ सिर्फ़ आस्था और धन का कुंभ है। समानता का कुंभ बनने की योग्यता इसमें नहीं है।
जनता को अपने हाल पर छोड़ सरकार करोड़ों के टेंट में कल्पवास पर?
- विमर्श
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- 12 Jan, 2025

उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं से लेकर महिला सुरक्षा तक पर स्थिति ख़राब है। तो सरकार अपना पूरा ध्यान महाकुंभ पर क्यों लगा रही है?
धनपतियों, फिल्मी हस्तियों और अन्य वीआईपी के लिए व्यवस्था बिल्कुल अलग और आलीशान है। स्नान के अतिरिक्त यहाँ आए लोग, इन आलीशान टेंट्स को भी देख सकते हैं, लेकिन दूर से।