नई लोकसभा के चुनाव के लिए पहले चरण के मतदान में प्रतिशत की ग़िनती करते वक़्त इस बात को दर्ज किए जाने की ज़रूरत है कि भारत का एक मतदाता शौकत अली अपनी ज़िंदगी में पहली बार मतदान नहीं कर सका। इसकी वजह बीमारी या घरेलू झंझट नहीं है। असम के तेज़पुर में विश्वनाथ ज़िले के वैध मतदाता शौकत अली पर मतदान के चार दिन पहले स्थानीय मधुपुर बाज़ार में ही हमला हुआ और वह बुरी तरह पीटे गए। मारपीट के चलते वह घायल हो गए। एक स्थानीय अस्पताल में उनका इलाज कराया जा रहा था लेकिन फिर उन्हें गुवाहाटी अस्पताल ले जाया गया। इस वजह से वह अपने बूथ पर जाकर वोट नहीं डाल सके।
शौकत अली के बहाने लोकतंत्र को ज़ख्म देने की नापाक साज़िश
- वक़्त-बेवक़्त
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- 15 Apr, 2019

हमें ऐसी राजनीति को परास्त करना होगा जो जुनैद या अलीमुद्दीन के क़ातिल पैदा करती है। हमें सरकार के विरोधी रवैए के बावजूद इंसाफ़ के लिए आख़िरी दम तक लड़ना होगा।