इज़राइल की क्रूरता के साथ उसकी अश्लीलता और उसके झूठ के नमूने रोज़ रोज़ दुनिया के सामने आ रहे हैं। कहना ग़लत न होगा कि इनके बिना इज़राइल की कल्पना नहीं की जा सकती। आख़िर वह देश और कैसा हो सकता है जो दूसरों की ज़मीन लूट कर, उनका क़त्लेआम करके ही क़ायम किया गया हो !