इज़राइल में इस वक्त हज़ारों लोग फिर से सरकार के ख़िलाफ़ प्रदर्शन कर रहे हैं। ये प्रदर्शन हो रहे है क्योंकि ग़ज़ा में इज़राइली फ़ौज ने दो रोज़ पहले 3 इज़राइली लोगों को ही मार डाला है। ये वे लोग थे जिन्हें 7 अक्टूबर को हमास बंधक बनाकर ग़ज़ा ले गया था। हमास ने इज़राइल के इन लोगों को बंधक इसलिए बनाया था कि इनकी वापसी के बदले वह इज़राइल की जेलों में बरसों से बंद फ़िलस्तीनियों को आज़ाद करवा सके। लेकिन अपने लोगों को वापस लेने के लिए ‘हमास’ से बातचीत शुरू करने की जगह इज़राइल ने कहा कि वह ‘हमास’ से उसकी इस हिमाक़त का बदला लेगा। उसने 8 अक्टूबर से ग़ज़ा पर बमबारीऔर ज़मीनी हमला शुरू कर दिया।
इज़राइल अब इज़राइल के लिये ख़तरा बन गया है!
- वक़्त-बेवक़्त
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- 29 Mar, 2025

इजराइल अपने मकसद को लेकर इस हद तक अड़ा हुआ है कि वो बदहवासी में अपने ही बंधकों की हत्या कर रहा है। इससे पता चलता है कि इजराइल फौज को सामने आए हर शख्स को मार देने की ट्रेनिंग मिली हुई है। लेकिन यह खतरनाक शुरुआत है। इसीलिए इजराइल के लोग सड़कों पर आकर प्रधानमंत्री नेतन्याहू के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन तमाम देश इजराइल की बदमाशी पर खामोश हैं। पढ़िए जाने-माने चिंतक और स्तंभकार अपूर्वानंद के ताजा अल्फाज़ः