कोंसाम बोमेत ने 25 अगस्त को ख़ुदकुशी कर ली। 46 साल का कोंसाम मणिपुर का वासी था।लेकिन यह पहचान उसके बारे में पूरा नहीं बतलाती।कोंसाम मणिपुरी था लेकिन कम से कम पिछले 2 साल से उसकी पहचान एक पीड़ित मैतेयी की ही रह गई थी। वह पूर्वी इम्फ़ाल के एक गाँव का किसान था। 3 मई, 2023 को मणिपुर में हिंसा शुरू हुई उसके बाद अपने गाँववालों के साथ वह जान बचाने को भागा। उसे साजीवा में पनाह मिली जहाँ उस जैसे विस्थापित लोगों के लिए राहत शिविर बनाया गया था।
मणिपुर हिंसाः क्या हालात वाकई सामान्य हो गए हैं, कोंसाम बेमेत ने फिर जान क्यों दी?
- वक़्त-बेवक़्त
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- 1 Sep, 2025

हिंसा के बाद इंफाल में पुलिस की गश्त
Manipur Violence: मणिपुर में 2023 से हिंसा हो रही है। बीजेपी नेता और पूर्व सीएम एन बीरेन सिंह के कार्यकाल में यह हिंसा शुरू हुई थी। सरकार हालात सामान्य होने का दावा कर रही है। लेकिन क्या सचमुच वहां हालात ठीक हैं। स्तंभकार अपूर्वानंद का नज़रिया।