कोंसाम बोमेत ने 25 अगस्त को ख़ुदकुशी कर ली। 46 साल का कोंसाम मणिपुर का वासी था।लेकिन यह पहचान उसके बारे में पूरा नहीं बतलाती।कोंसाम मणिपुरी था लेकिन कम से कम पिछले 2 साल से उसकी पहचान एक पीड़ित मैतेयी की ही रह गई थी। वह पूर्वी इम्फ़ाल के एक गाँव का किसान था। 3 मई, 2023 को मणिपुर में हिंसा शुरू हुई उसके बाद अपने गाँववालों के साथ वह जान बचाने को भागा। उसे साजीवा में पनाह मिली जहाँ उस जैसे विस्थापित लोगों के लिए राहत शिविर बनाया गया था।