दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति ने एक कार्यक्रम में श्रोताओं को तटस्थता का त्याग कर राष्ट्र हित के पक्ष में काम करने के बारे में सोचने के लिए कहा। कार्यक्रम ‘मोदी VS ख़ान मार्केट गैंग’ नामक किताब के लोकार्पण का था। इस किताब के लेखक को पत्रकार कहा जाता है। मंच पर कुलपति के अलावा भारतीय जनता पार्टी के पदाधिकारी जिन्हें नेता कहा जाता है, मौजूद थे। श्रोताओं में कॉलेजों के प्राचार्य, अध्यापक और छात्र बड़ी संख्या में मौजूद थे। विश्वविद्यालय के कुछ अन्य अधिकारी भी। हॉल खचाखच भरा था।
बेशर्मी: विशेषज्ञों को 'खान मार्केट गैंग' कहने पर क्या आप चिंतित हैं?
- वक़्त-बेवक़्त
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- 29 Mar, 2025

जिस देश को अमर्त्य सेन जैसे अर्थशास्त्रियों, वैज्ञानिक वेंकी वेंकटरमण, इतिहासकार रोमिला थापर-इरफान हबीब समेत अनगिनत लोगों पर गर्व होना चाहिए, पीएम मोदी उन्हें खान मार्केट गैंग कहते हैं। बीजेपी के बुजुर्ग नेता उन्हें बौद्धिक आतंकवादी कहते हैं। एक उत्साही पत्रकार ने इस विषय पर किताब भी लिख मारी, जिसका विमोचन दिल्ली यूनिवर्सिटी में किया गया। यह गंभीर चिंता का विषय है कि अपने क्षेत्र के माहिर लोगों को खान मार्केट गैंग बताकर एक यूनिवर्सिटी में मजाक उड़ाया गया, जहां के विषय विशेषज्ञों की देश में इज्जत की जाती है। स्तंभकार और चिंतक अपूर्वानंद ने इस पर क्या लिखा है, पढ़िये।