loader

क्या लाशों को लेकर जुलूस निकालना चाहती थीं ममता? 

ऐसे समय जब पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 में वोटों के ध्रुवीकरण की कोशिशें सभी पक्ष कर रहे हैं, बीजेपी ने ममता बनर्जी का एक कथित टेप सार्वजनिक कर दिया है और उन पर लाशों की राजनीति करने का आरोप लगाया है। 

तृणमूल कांग्रेस ने पलटवार करते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री तक के फोन टेप हो रहे हैं जो नियम-क़ानून का खुल्लमखुल्ला उल्लंघन है। बीजेपी ने यह मुद्दा चुनाव आयोग के पास ले जाने का फ़ैसला भी किया है। 

क्या है मामला?

बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने ट्वीट कर कहा है कि ममता बनर्जी शीतलकुची में लाशों को लेकर जुलूस निकालना चाहती थीं। इसके साथ ही टेलीफ़ोन पर दो लोगों के बीच हुई एक बातचीत को भी अटैच किया गया है।

क्या है टेप में?

इस टेप में एक महिला किसी पुरुष से यह कहती सुनी जा रही है कि 'लाशों को रख दो, परिजनों से कह दो कि वे अभी लाश न ले जाएं।'

वह महिला यह भी कहती है कि 'अभी दिमाग ठंढा रख कर मतदान करवाओ, उसके बाद यह मुद्दा उठाया जाएगा।'

फिर वह महिला कहती है कि' किसी वकील से सलाह मशविरा कर सीआरपीएफ़ के लोगों के ख़िलाफ़ एफआईआर दर्ज कराओ।' 

बीजेपी का दावा है कि वह महिला कोई और नहीं ममता बनर्जी हैं।

इसके साथ ही बीजेपी ने तृणमूल कांग्रेस पर लाशों की राजनीति करने का आरोप लगाया है।

BJP accuses mamata banerjee of politics of dead - Satya Hindi

शीतलकुची पर सियासत!

बता दें कि चौथे चरण के मतदान के दौरान पश्चिम बंगाल के कूचबिहार ज़िले के शीतलकुची में सीआईएसएफ़ की गोलीबारी में चार लोग मारे गए थे। वे चारों मुसलमान थे। 

सरकार का कहना है कि उत्तेजित भीड़ ने जवानों पर हमला कर दिया और उनसे हथियार छीनने की कोशिश की, आत्मरक्षा में गोलबारी की गई। ममता बनर्जी का कहना है कि मतदान करने के लिए लाइन में खड़े निहत्थे लोगों पर गोलीबारी की गई ताकि वे डर कर भाग जाएं और मतदान न करें। 

ख़ास ख़बरें

तृणमूल कांग्रेस ने बीजेपी पर ज़ोरदार पलटवार करते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री तक की टेलीफ़ोन बातचीत को सुना जा रहा है और टेप किया जा रहा है। उसने कहा है कि संसद में सरकार ने कहा है कि किसी मुख्यमंत्रा का फोन टेप नहीं किया जा रहा है, साफ है कि सरकार झूठ बोल रही है संसद व देश को गुमराह कर रही है। 

बीजेपी का आरोप है कि ममता बनर्जी लोगों को उकसाने की कोशिश कर रही है। उसके नेता इसकी शिकायत लेकर शनिवार को चुनाव आयोग के अधिकारियों से मिलेंगे। 

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

पश्चिम बंगाल से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें