क्या मतदाता सूची में गड़बड़ियों के आरोप पर चुनाव आयोग की सफ़ाई ने ममता बनर्जी के आरोपों को ही साबित किया है? कम से कम ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी ने तो यही दावा किया है। ममता ने पहले आरोप लगाया था कि कई मतदाताओं के पास एक ही चुनावी फोटो पहचान पत्र यानी ईपीआईसी संख्या है। उन्होंने कहा था कि एक से अधिक मतदाताओं की पहचान पत्र संख्या एक कैसे हो सकती है, यह धांधली है। इसी पर चुनाव आयोग ने रविवार को सफ़ाई जारी की। इसने जो सफ़ाई जारी की उसमें भी टीएमसी ने आयोग को फँसा दिया।