क्या कहा है दिलीप घोष ने?
"प्लास्टर बैंडेज काट दिया गया और उसकी जगह क्रेप बैंडेज लगा दिया गया। और वे अब अपना पैर सबको दिखाती फिरती हैं। वे साड़ी पहनती हैं, पर उनका एक पैर बाहर दिखता रहता है। मैंने कभी किसी को इस तरह साड़ी पहनते नहीं देखा है।"
टीएमसी का पलटवार
"और ये विकृत मानसकिता वाले अभावग्रस्त बंदर समझते हैं कि वे पश्चिम बंगाल को जीतने जा रहे हैं।"
महुआ मोइत्रा ने इसके आगे कहा, "अब यह साफ़ हो गया है कि पश्चिम बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष का काम ज़हर उगलने तक सीमित रह गया है। पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री पर ज़ोरदार हमला करने से लेकर तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर जानलेवा हमला करने तक- वे सभी सीमा पार कर चुके हैं। एक बार फिर, ये विचलित करने वाले शब्द हैं।"
बता दं कि ममता बनर्जी ने इसके कुछ दिनों बाद ही कोलकाता के मेयो रोड से हाज़रा इलाक़े तक की पदयात्रा की अगुआई व्हील चेयर पर बैठ कर की थी। इस पदयात्रा में सैकड़ों लोगों ने शिरकत की। नंदीग्राम में ज़ख़्मी होने के बाद वे पहली बार किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में मौजूद थीं। हालांकि उनके पैर पर प्लास्टर चढ़ा हुआ था और डॉक्टरों ने आराम करने की सलाह दी थी, पर ममता बनर्जी ने न चल पाने की स्थिति में भी पदयात्रा की अगुआई करने का फ़ैसला किया।
मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया था, "हम निर्भीक होकर लड़ते रहेंगे! मुझे अभी भी बहुत दर्द हो रहा है, लेकिन मुझे अपने लोगों का दर्द और भी अधिक महसूस होता है। अपनी श्रद्धेय भूमि की रक्षा करने के लिए इस लड़ाई में हमें बहुत नुकसान हुआ है और हम और भी अधिक झेलना पड़ेगा, लेकिन हम लोग झुकेंगे नहीं।"