बीते महीने भर के दौरान राज्य में चार बीजेपी नेताओं की मौत हो चुकी है। कम से कम तीन नेताओं के शव रहस्यमय परिस्थितियों में बरामद किए गए हैं। बीजेपी इन तमाम हत्याओं के लिए तृणमूल कांग्रेस को ज़िम्मेदार ठहराती रही है जबकि तृणमूल इसे बीजेपी की अंतरकलह का नतीजा क़रार देती रही है।
। सांसद अर्जुन सिंह कहते हैं कि यह हमला एक सुनियोजित साज़िश के तहत किया गया। वह कहते हैं कि हमले की जगह टीटागढ़ थाने के ठीक सामने है, आख़िर पुलिस को इसका पता कैसे नहीं चला?
बीजेपी ने शुक्ल की मौत की सीबीआई जाँच की माँग उठाई है। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, जो कोलकाता में ही हैं, ने कहा कि शुक्ल की हत्या एक साज़िश के तहत की गई है। अब अर्जुन सिंह की जान को भी ख़तरा है। ममता बनर्जी आतंक के ज़रिए राज चला रही हैं। इस मामले की सीबीआई जाँच होनी चाहिए।