संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान और चीन को तगड़ा झटका लगा है! बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी यानी बीएलए को आतंकी संगठन घोषित करने की उनकी कोशिश को अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस ने रोक दिया। कमी सबूतों की बताई जा रही है, लेकिन क्या इसके पीछे भारत-अमेरिका की बढ़ती साझेदारी है?
अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस ने बलूच समूह को आतंकी घोषित करने की कोशिश रोकी, पाक को झटका
- दुनिया
- |
- 20 Sep, 2025
पाकिस्तान को बड़ा झटका लगा जब अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस ने संयुक्त राष्ट्र में बलूच समूह को आतंकी घोषित करने का प्रस्ताव रोक दिया। जानें पूरी घटना और इसके अंतरराष्ट्रीय असर।

दरअसल, संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान और चीन ने मिलकर बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी और इसके सहयोगी मजीद ब्रिगेड को आतंकवादी संगठन घोषित करने की मांग की थी, लेकिन अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस ने इस पर रोक लगा दी। इन देशों का कहना है कि बीएलए और मजीद ब्रिगेड के अल-कायदा या इस्लामिक स्टेट जैसे आतंकी संगठनों से संबंध होने का कोई पक्का सबूत नहीं है। यूएनएससी का गैर-स्थायी सदस्य पाकिस्तान और एक स्थायी सदस्य चीन इस प्रस्ताव का समर्थन कर रहे थे, लेकिन सुरक्षा परिषद के तीन अन्य स्थायी सदस्यों ने कहा कि बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी का अल-कायदा या आईएसआईएस से कोई संबंध नहीं है। इस फ़ैसले से पाकिस्तान और चीन को बड़ा झटका लगा है। हाल ही में अमेरिका ने बीएलए को अपनी राष्ट्रीय सूची में विदेशी आतंकवादी संगठन के रूप में नामित किया था।