डोनाल्ड ट्रंप समर्थक चार्ली किर्क की हत्या के मामले में बड़ी कार्रवाई हुई है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फॉक्स न्यूज को दिए साक्षात्कार में दावा किया है कि हत्यारे को गिरफ्तार कर लिया गया है और यह जानकारी काफी विश्वसनीय है। ट्रंप के अनुसार संदिग्ध को उसके किसी क़रीबी ने सरेंडर कराया, जिसमें उसके पिता की भूमिका अहम रही। इस घटना ने राजनीतिक हिंसा पर बहस छेड़ दी है, जबकि एफ़बीआई और स्थानीय पुलिस जाँच तेज कर चुकी है। यूटा गवर्नर स्पेंसर कॉक्स ने इसे 'राजनीतिक हत्या' करार दिया है और मौत की सजा की मांग की है। एफबीआई ने भी पुष्टि कर दी है कि हत्याकांड के संदिग्ध आरोपी टायलर रॉबिन्सन को गिरफ्तार किया है।

इस बीच शुक्रवार को फॉक्स एंड फ्रेंड्स पर साक्षात्कार में ट्रंप ने कहा, 'मुझे लगता है कि हम उसे हिरासत में ले चुके हैं। सबने शानदार काम किया।' उन्होंने विस्तार से बताया कि संदिग्ध को उसके 'करीबी व्यक्ति' ने सरेंडर कराया। न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार, ट्रंप ने कहा, 'पिता ने बेटे को समझाया और एक मंत्री के माध्यम से उसे पुलिस के हवाले किया।' ट्रंप ने आधिकारिक पुष्टि न होने पर भी कहा, 'मुझे लगता है कि यही वह व्यक्ति है जिसकी हम तलाश कर रहे थे।'
न्यूयॉर्क पोस्ट के सूत्रों ने संदिग्ध का नाम 22 वर्षीय टायलर रॉबिन्सन बताया, जो यूटा का निवासी है। बाद में एफबीआई ने भी आरोपी के रूप में टायलर रॉबिन्सन के नाम की पुष्टि कर दी। ट्रंप ने यूटा के गवर्नर स्पेंसर कॉक्स की तारीफ की और कहा, 'यूटा में फाँसी की सजा है और गवर्नर इसे सुनिश्चित करेंगे। मुझे उम्मीद है कि उसे फाँसी हो।' उन्होंने इसे 'भयानक अपराध' बताया।

यूनिवर्सिटी इवेंट पर गोलीबारी

31 वर्षीय चार्ली किर्क बुधवार दोपहर यूटा वैली यूनिवर्सिटी यानी यूवीयू के लोसी सेंटर में 'प्रूव मी रॉन्ग' डिबेट इवेंट के दौरान मंच पर भाषण दे रहे थे। लगभग 3000 लोगों की भीड़ के बीच एक गोली चली, जो किर्क के गले में लगी। वीडियो फुटेज में दिखा कि किर्क कुर्सी पर गिर पड़े, खून बहने लगा और उनके स्टाफ ने उन्हें तुरंत मंच से हटाया। भीड़ में अफरा-तफरी मच गई, छात्र चीखते हुए भागे।

पुलिस के अनुसार, गोलीबारी पास की इमारत की छत से हुई, जहाँ से हमलावर ने क़रीब 200 गज दूर से एक सटीक शॉट मारा।

एफ़बीआई ने गुरुवार को एक वीडियो जारी किया, जिसमें काले कपड़ों में सिर पर टोपी और चश्मा लगाए संदिग्ध को इमारत की छत पर भागते और कूदते देखा जा सकता है। जाँच में एक हाई-पावर हंटिंग राइफल, हथेली का निशान और जूते का प्रिंट बरामद हुआ, जो संदिग्ध के भागने के रास्ते पर मिला। किर्क को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। 

घटना के बाद ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर लिखा, 'महान चार्ली किर्क अब हमारे बीच नहीं हैं। उन्होंने अमेरिकी युवाओं के दिल को छुआ। मेलानिया और मेरी संवेदनाएँ उनकी पत्नी और परिवार के लिए।' किर्क को ट्रंप का क़रीबी माना जाता था, जिन्होंने 2024 चुनाव में युवा वोटरों को जुटाने में उनकी भूमिका की सराहना की।

दो संदिग्ध रिहा

घटना के तुरंत बाद पुलिस ने दो व्यक्तियों को हिरासत में लिया, लेकिन दोनों को पूछताछ के बाद रिहा कर दिया गया। एफ़बीआई निदेशक काश पटेल ने बुधवार रात एक्स पर लिखा था, 'चार्ली किर्क की गोलीबारी के संदिग्ध को हिरासत में ले लिया गया है', लेकिन कुछ घंटों बाद साफ़ किया कि वह व्यक्ति पूछताछ के बाद रिहा हो गया। पटेल ने कहा, 'हमारी जांच जारी है और हम पारदर्शिता के लिए जानकारी साझा करेंगे।' यूटा डिपार्टमेंट ऑफ़ पब्लिक सेफ्टी के कमिश्नर बो मेसन ने गुरुवार रात प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि संदिग्ध अभी भी फरार है, लेकिन एफबीआई ने एक लाख डॉलर का इनाम घोषित किया। एफबीआई ने जनता से वीडियो और फोटो साझा करने की अपील की थी।

आरोप-प्रत्यारोप

इस हत्याकांड ने अमेरिकी राजनीति को हिला दिया। ट्रंप ने इसे 'रैडिकल लेफ्ट की राजनीतिक हिंसा' का परिणाम बताया, हालांकि जांच में अभी तक कोई मोटिव साफ़ नहीं हुआ। हाउस स्पीकर माइक जॉनसन ने इसे 'घृणित' कहा और राजनीतिक हिंसा की निंदा की। रिपब्लिकन नेता किर्क को युवा वोटरों का 'ट्रंप व्हिस्परर' मानते थे, जिन्होंने 2024 चुनाव में ट्रंप की जीत में योगदान दिया। डेमोक्रेट्स ने भी हिंसा की निंदा की, लेकिन ट्रंप के बयानों पर सवाल उठाए। 

किर्क का असर

चार्ली किर्क ने 18 साल की उम्र में 2012 में टीपीयूएसए की स्थापना की, जो कैंपस पर रूढ़िवादी विचारों को बढ़ावा देती है। वे ट्रंप के करीबी थे, डोनाल्ड ट्रंप जूनियर के दोस्त। उनकी उत्तेजक शैली से लाखों अनुयायी बने, लेकिन नस्ल, लिंग और आप्रवासन पर विवाद भी खड़े किए। ट्रंप प्रशासन में वे युवा वोटरों के मुद्दों पर सलाहकार थे।

यह घटना 2024 में ट्रंप पर हत्या के दो प्रयासों की याद दिलाती है। जानकारों का कहना है कि एआई और सोशल मीडिया के दौर में राजनीतिक हिंसा बढ़ रही है। एफबीआई ने कहा है कि जाँच जारी है और जल्द ही और अपडेट दिए जाएंगे।