अमरीकी ख़ुफ़िया संस्थान सीआईए का मानना है कि पत्रकार जमाल ख़शोगी (उनका नाम जमाल ख़ाशोग्ज़ी है) की हत्या सऊदी अरब युवराज मोहम्मद बिन सलमान के कहने पर की गई थी। इसके साथ ही सऊदी अरब पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय का दबाव बढ़ गया है और उसका साथ देने वाले अमरीका जैसे देश भी परेशान हो सकते हैं। समझा जाता है कि अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प इस मुद्दे पर रियाद की हिमायत करने की नीति पर पुनर्विचार कर सकते हैं।