डोनाल्ड ट्रंप से गहराते मतभेदों के बाद एलन मस्क ने ‘अमेरिका पार्टी’ की शुरुआत की है, जिसका मकसद अमेरिकी राजनीति में आज़ादी, पारदर्शिता और नवाचार को लौटाना है। क्या यह नई राजनीतिक ताक़त बनेगी?
विश्व के सबसे धनी व्यक्ति एलन मस्क ने शनिवार को एक नई राजनीतिक पार्टी 'अमेरिका पार्टी' के गठन की घोषणा की। यह कदम अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ उनके हालिया विवाद के बाद उठाया गया है। मस्क ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इस नई पार्टी की घोषणा करते हुए कहा कि यह अमेरिका के 'एकदलीय तंत्र' को चुनौती देगी और लोगों को उनकी आज़ादी वापस दिलाएगी।
एलन मस्क और डोनाल्ड ट्रंप के बीच का रिश्ता 2024 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के दौरान काफ़ी मज़बूत था। मस्क ने ट्रंप के चुनाव अभियान में 250 मिलियन डॉलर से अधिक का योगदान दिया था और उनकी जीत में अहम भूमिका निभाई थी। इसके बाद ट्रंप ने मस्क को 'डिपार्टमेंट ऑफ़ गवर्नमेंट एफिशिएंसी' यानी DOGE का नेतृत्व सौंपा। इसका मक़सद संघीय खर्चों में कटौती करना और सरकारी नौकरियों को कम करना था। मस्क ने जब इस पर काम करना शुरू किया तो दोनों के बीच विवाद की शुरुआत हो गई।
विवाद के बीच मई 2025 में मस्क ने DOGE के प्रमुख के पद से इस्तीफा दे दिया और ट्रंप की नीतियों की आलोचना शुरू कर दी। विवाद तब और गहरा गया जब ट्रंप ने अपने 'बिग ब्यूटीफुल बिल' को कानून बनाने का फ़ैसला किया। इसे मस्क ने पागलपन वाला फ़ैसला करार दिया। इस बिल से अगले दशक में अमेरिकी घाटे में 3.3 ट्रिलियन डॉलर की वृद्धि होने की संभावना है। मस्क ने इसे देश को दिवालिया करने वाला क़दम बताया और इसके समर्थन करने वाले सांसदों को हटाने की धमकी दी।
'अमेरिका पार्टी' का गठन
मस्क ने शुक्रवार को एक्स पर एक पोल पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने अपने 22 करोड़ फॉलोअर्स से पूछा कि क्या अमेरिका को एक नई राजनीतिक पार्टी की ज़रूरत है। इस पोल को 12 लाख से अधिक प्रतिक्रियाएं मिलीं और मस्क ने दावा किया कि 2:1 के अनुपात में लोगों ने नई पार्टी के पक्ष में मतदान किया। शनिवार को मस्क ने घोषणा की, 'आज, अमेरिका पार्टी का गठन हुआ है ताकि आपको आपकी आज़ादी वापस मिल सके।' उन्होंने कहा कि यह पार्टी डेमोक्रेट और रिपब्लिकन के 'एकदलीय तंत्र' को तोड़ेगी जो भ्रष्टाचार और बर्बादी को बढ़ावा देता है।
मस्क ने यह भी बताया कि उनकी पार्टी 2026 के मध्यावधि चुनावों में हिस्सा लेगी और शुरुआत में 2-3 सीनेट सीटों और 8-10 हाउस सीटों पर ध्यान केंद्रित करेगी। उनका लक्ष्य है कि कम बहुमत वाली कांग्रेस में उनकी पार्टी निर्णायक वोट बन सके।
मस्क ने प्राचीन यूनानी सेनापति एपामिनोंडास और स्पार्टा के उदाहरण का हवाला देते हुए कहा कि उनकी रणनीति उसी तरह क्रांतिकारी होगी, जैसे थेब्स ने एक समय ग्रीस पर बादशाहत कायम की थी।
ट्रंप का जवाबी हमला
नयी पार्टी को लेकर ट्रंप ने मस्क की आलोचना की। कुछ दिन पहले जब मस्क ने नयी पार्टी बनाने की घोषणा की थी तभी ट्रंप ने टेस्ला और स्पेसएक्स जैसी मस्क की कंपनियों को मिलने वाली अरबों डॉलर की सरकारी सब्सिडी को ख़त्म करने की धमकी दी थी। ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर लिखा, 'एलन को शायद सबसे ज्यादा सब्सिडी मिलती है और बिना इसके उन्हें दुकान बंद कर दक्षिण अफ्रीका लौटना पड़ सकता है।' इसके अलावा ट्रंप ने मस्क को निर्वासित करने की संभावना पर विचार करने की बात कही। उन्होंने यह भी कहा था कि मस्क दक्षिण अफ्रीका में जन्मे हैं। हालाँकि वे 2002 से अमेरिकी नागरिक हैं।
मस्क ने भी जवाब में ट्रंप पर निजी हमले किए थे। उन्होंने एक्स पर दावा किया था कि ट्रंप का नाम जेफरी एपस्टीन फाइल्स में है, जो अभी तक सार्वजनिक नहीं की गई हैं। इस बयान ने विवाद को और हवा दी, हालांकि मस्क ने बाद में कुछ भड़काऊ पोस्ट हटा लिए।
मस्क की पार्टी की संभावनाएँ
'अमेरिका पार्टी' को लेकर उत्साह है। इसके बावजूद जानकारों का कहना है कि इसे एक व्यवहार्य राजनीतिक ताकत बनाना आसान नहीं होगा। वाशिंगटन पोस्ट की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि मस्क को कानूनी, वित्तीय और संगठनात्मक चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। अभी तक इस पार्टी को फेडरल इलेक्शन कमीशन के साथ पंजीकृत नहीं किया गया है, जिससे इसकी आधिकारिक स्थिति पर सवाल उठ रहे हैं।
हालांकि, क्वांटस इनसाइट्स द्वारा 30 जून से 2 जुलाई के बीच किए गए एक सर्वेक्षण में पाया गया कि 40% पंजीकृत मतदाता मस्क की नई पार्टी को समर्थन देने पर विचार कर सकते हैं। इसमें कई रिपब्लिकन मतदाता भी शामिल हैं। इससे पता चलता है कि मस्क की पार्टी 2026 के चुनावों में कुछ असर डाल सकती है।
ट्रंप समर्थकों की प्रतिक्रिया
ट्रंप के कुछ करीबी सहयोगियों ने मस्क की नई पार्टी की आलोचना की है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार ट्रंप के पूर्व रणनीतिकार स्टीव बैनन ने मस्क को विदेशी करार देते हुए कहा कि उनकी अमेरिका पार्टी शुरू करने की कोशिश रूढ़िवादी मतदाताओं को बांटने का प्रयास है। बैनन ने मस्क को निर्वासित करने की मांग तक कर डाली।
मस्क की 'अमेरिका पार्टी' का भविष्य अभी अनिश्चित है। हालांकि उनकी वित्तीय ताक़त और एक्स जैसे बड़े मंच का मालिक होना उन्हें एक मज़बूत स्थिति में ला खड़ा करता है। लेकिन राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि एक नई पार्टी को स्थापित करना और इसे राष्ट्रीय स्तर पर प्रभावी बनाना एक मुश्किल काम है।
यह देखना बाकी है कि क्या मस्क की यह पहल अमेरिकी राजनीति में वास्तविक बदलाव ला पाएगी, या यह केवल उनके और ट्रंप के बीच व्यक्तिगत विवाद का नतीजा बनकर रह जाएगी।