इमरान खान को शनिवार के फैसले के जरिए पांच साल के लिए चुनाव लड़ने से भी रोक दिया गया है। पिछले साल इमरान खान की सरकार अविश्वास प्रस्ताव के दौरान गिर गई थी। उसके बाद इमरान ने फिर से चुनाव कराने की मांग की और उनके समर्थकों ने जबरदस्त आंदोलन छेड़कर पूरा माहौल बना दिया था। इमरान की दुश्मन पाकिस्तानी फौज है, जिसके इशारों पर चलने से इमरान ने मना किया। पाकिस्तान में वही हुकूमत कर सकता है, जिसे वहां की सेना चाहती है या फिर सेना सत्ता अपने हाथ में ले लेती है। इमरान अपनी लोकप्रियता के दम पर सत्ता में आए थे। पहले ऐसे चुनाव में सेना की भूमिका उन्होंने जीरो कर दी थी। इमरान एक समय तक तो पाकिस्तानी फौज से निभाते रहे लेकिन जब दोनों की रस्साकशी सामने आ गई तो इमरान की सरकार को जाना पड़ा।
क्या है तोशाखाना केस, जिसमें इमरान गिरफ्तार हुए
- दुनिया
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- 29 Mar, 2025

पाकिस्तान में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को शनिवार 5 अगस्त को तोशाखाना केस में गिरफ्तार कर लिया गया। इमरान दुनिया के मशहूर क्रिकेटरों में शुमार रहे हैं। उनके पास पहले से ही बहुत दौलत है। लेकिन तोशाखाना केस में उन पर आरोप है कि विदेश से मिली घड़ियों को इमरान ने बेच दिया। यह आरोप अपने आप में हस्यास्पद है, लेकिन कानून तो कानून है। पाकिस्तान की अदालत ने आज अचानक ही उन्हें सजा सुनाकर जेल भेज दिया।


























