मसजिदों में लोगों के एकत्रित होने, नमाज़ और तरावीह की छूट दी गई है, पर इसके लिए कुछ शर्तों का पालन करना होगा। इन शर्तों के उल्लंघन करने वाली मसजिदों से इस तरह की छूट वापस ले ली जाएगी।
पाकिस्तान उलेमा कौंसिल ने कहा है कि वह मसजिदों में सोशल डिस्टैंसिंग से जुड़े सरकारी दिशा निर्देश को मानने को तैयार है।
इस समझौते के मुताबिक़, 50 साल के अधिक की उम्र के लोग, नाबालिग और जिन्हें फ़्लू जैसा रोग हो, वैसे लोगों को मसजिदों में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा।