केजरीवाल और मनीष सिसोदिया। दोनों पर एक ही मामले में केस है।
भारतीय विदेश मंत्रालय जर्मनी के इस बयान पर बुरी तरह तिलमिलाया था। भारत के विदेश मंत्रालय ने शनिवार को जर्मन दूतावास के मिशन के उपप्रमुख जॉर्ज एनज्वेइलर को तलब किया, "और उनकी टिप्पणी पर भारत के कड़े विरोध से अवगत कराया।" भारत ने एक बयान में कहा- "हम ऐसी टिप्पणियों को हमारी न्यायिक प्रक्रिया में हस्तक्षेप और हमारी न्यायपालिका की स्वतंत्रता को कमजोर करने के रूप में देखते हैं। इस संबंध में की गई पक्षपातपूर्ण धारणाएं अत्यंत अनुचित हैं।"