पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद एक विशाल क़िले में बदल गई है। सुरक्षा बलों ने शहर के प्रमुख मार्गों को शिपिंग कंटेनरों और बैरिकेड्स से रोक दिया, जबकि मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को अनिश्चितकाल के लिए निलंबित कर दिया गया। यह सब तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान यानी टीएलपी के 'लब्बैक अल-अक्सा मिलियन मार्च' के मद्देनजर किया गया है, जो ग़ज़ा में इसराइली कार्रवाइयों के खिलाफ अमेरिकी दूतावास तक पहुंचने का प्रयास कर रही है। लाहौर में हुई हिंसक झड़पों में कम से कम दो प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई, जबकि दर्जनों घायल बताए जा रहे हैं। पुलिस ने एक मौत की पुष्टि की है, लेकिन टीएलपी ने दो मौतों का दावा किया है।
इस्लामाबाद में लब्बैक के यूएस दूतावास मार्च के दौरान इंटरनेट बंद, लाहौर हिंसा में 2 की मौत
- दुनिया
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- 10 Oct, 2025
पाकिस्तान के इस्लामाबाद में लब्बैक पार्टी के यूएस दूतावास मार्च के दौरान इंटरनेट सेवाएँ बंद की गईं। वहीं लाहौर में भड़की हिंसा में दो लोगों की मौत हुई।

इस्लामाबाद और लाहौर में प्रदर्शन
लाहौर से इस्लामाबाद तक फैली आग
टीएलपी ने पहले घोषणा की थी कि वह शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद इस्लामाबाद के डिप्लोमैटिक एन्क्लेव स्थित अमेरिकी दूतावास के बाहर विशाल विरोध प्रदर्शन करेगी। यह मार्च ग़ज़ा में फिलिस्तीनियों पर हो रही कथित हत्याओं के खिलाफ एकजुटता दिखाने के लिए है। पार्टी ने इसे 'फाइनल कॉल' करार दिया है, जिसमें लाखों समर्थक फैजाबाद इंटरचेंज से इकट्ठा होकर दूतावास तक पहुंचने का इरादा जाहिर किया।