दो साल तक बिन्यामिन नेतन्याहू के सहयोगी रह चुके और बाद में वैचारिक मतभेद होने के कारण उनका हाथ और लिकुड पार्टी का साथ छोड़ने वाले नेफ़्टाली बेनेट ने उस समय यह बिल्कुल नहीं सोचा होगा कि वे एक दिन नेतन्याहू को हटा कर उनकी जगह ले लेंगे।