अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न, धर्मांतरण और हिंसा के लिए बदनाम रहे पाकिस्तान में एक हिंदू लड़की का शव मिलने पर अब पूरा कराची शहर समर्थन में आ गया। न्याय दिलाने की माँग उठी। हज़ारों लोग जुटे। कैंडल मार्च निकला और एक आवाज़ में 'हत्यारों' को गिरफ़्तार करने की माँग की गई। लड़की अल्पसंख्यक समुदाय से थी लेकिन साथ था पूरा बहुसंख्यक समाज भी। भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान में एक अल्पसंख्यक के लिए बहुसंख्यक नागरिक समाज की इस प्रतिक्रिया का क्या संदेश है?
अल्पसंख्यक उत्पीड़न के लिए बदनाम पाक में हिंदू के समर्थन में प्रदर्शन क्यों?
- दुनिया
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- 20 Sep, 2019
अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न, धर्मांतरण और हिंसा के लिए बदनाम रहे पाकिस्तान में एक हिंदू लड़की का शव मिलने पर अब पूरा कराची शहर समर्थन में आ गया। न्याय दिलाने की माँग उठी। हज़ारों लोग जुटे। कैंडल मार्च निकला

निमेर्ता चंदानी। (फ़ाइल फ़ोटो)
पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के ख़िलाफ़ घृणा अपराध के मामले तो कई आते रहे हैं लेकिन सबसे ज़्यादा जो सुर्खियाँ बनती हैं वे हैं जबरन धर्मांतरण की। एक स्थानीय मानवाधिकार ग्रुप साउथ एशिया पार्टनरशिप-पाकिस्तान के अनुसार पाकिस्तान में प्रत्येक साल क़रीब एक हज़ार लड़कियों को जबरन धर्म परिवर्तन कराकर मुसलिम बनाते हैं। इसमें से अधिकतर हिंदू लड़कियाँ होती हैं। पाकिस्तान हिंदू काउंसिल के अनुसार ऐसी पीड़ा से छुटकारा पाने के लिए क़रीब 5000 पाकिस्तानी हिंदू प्रत्येक साल देश छोड़कर भारत चले आते हैं।