पुतिन की शर्तेंः पुतिन ने पहले कहा था कि वह युद्धविराम का समर्थन करते हैं, लेकिन इसके लिए कुछ शर्तें भी रखी थीं। उन्होंने कहा, "हमें अपने अमेरिकी समकक्षों और साझेदारों के साथ विस्तृत चर्चा की जरूरत है।" उनकी शर्तों में यूक्रेन के कुछ क्षेत्रों पर रूस का नियंत्रण और सुरक्षा गारंटी शामिल थीं।
क्रेमलिन की चुप्पीः बीबीसी के अनुसार, क्रेमलिन के प्रवक्ता दमित्री पेसकोव ने इस बातचीत के एजेंडे पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा, "हम कभी ऐसा नहीं करते।" यह क्रेमलिन की पुरानी नीति रही है कि वह नेताओं के बीच होने वाली बातचीत का खुलासा नहीं करता।