फतवे की वजह से रुश्दी जब अंडरग्राउंड थे तो 2012 में "जोसेफ एंटोन" नाम से उनकी किताब आई थी। उन्होंने उस दौरान अपना यह नाम रख लिया था और बाद में एक किताब का शीर्षक भी इसी नाम पर दिया। उन्हें ब्रिटिश सुरक्षा मिली हुई थी। उससे जुड़े तमाम संस्मरण उन्होंने इस किताब में डाले। इस किताब के आने के बाद उन्हें असाधारण लेखक कहा गया। उनके बारे में प्रकाशित तमाम लेखों में कहा गया कि रुश्दी एक सामान्य लेखक नहीं हैं।
असाधारण शख्सियत हैं रुश्दी
- दुनिया
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- 29 Mar, 2025
सलमान रुश्दी कोई सामान्य लेखक नहीं हैं। उनका काम बोलता है। वो अभिव्यक्ति की आजादी के कट्टर समर्थक हैं। पेन नामक संस्था ने बताया कि शुक्रवार सुबह ही उन्होंने एक ईमेल कर यूक्रेन के लेखकों को न्यूयॉर्क में लाने का इंतजाम करने को कहा था, ताकि उन्हें बचाया जा सके।
