तालिबान ने अफ़ग़ानिस्तान छोड़कर बाहर जा चुके हिंदुओं, सिखों जैसे अल्पसंख्यकों को देश वापस लौटने का आग्रह किया है। तालिबान ने यह आग्रह यह दावा करते हुए किया है कि अफ़ग़ानिस्तान में सुरक्षा चिंताओं को सुलझा लिया गया है। ये सुरक्षा चिंताएँ अफगानिस्तान में अल्पसंख्यकों को निशाना बनाकर किए गए कई हमलों को लेकर हुई थीं। तालिबान शासन आने के बाद वहाँ अल्पसंख्यकों पर हमले नहीं रुके थे, तालिबान शासन के आने से पहले ही अल्पसंख्यकों पर बड़े-बड़े हमले होते रहे हैं।
क्या तालिबान के आश्वासन पर हिंदू, सिख अफ़ग़ान में लौटेंगे?
- दुनिया
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- 26 Jul, 2022
क्या तालिबान शासित अफ़ग़ानिस्तान में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को लेकर आश्वस्त हुआ जा सकता है? जानिए, कई धार्मिक नेताओं के साथ बैठक में तालिबान ने क्या आश्वासन दिया है।

फाइल फोटो।
अल्पसंख्यकों की इन्हीं सुरक्षा चिंताओं को लेकर तालिबान ने एक पहल की। इसने अफग़ानिस्तान में धार्मिक नेताओं के साथ बैठक की। तालिबान के राज्य मंत्री के कार्यालय के महानिदेशक डॉ. मुल्ला अब्दुल वसी ने 24 जुलाई को अफगानिस्तान के हिंदू और सिख परिषद के कई सदस्यों के साथ मुलाकात की थी।