अमेरिका के सबसे बड़े शहर न्यूयॉर्क के मेयर चुनाव में रोचक मोड़ आ गया है। 4 नवंबर को होने वाले इस चुनाव में डेमोक्रेटिक उम्मीदवार जोहरान ममदानी अभी भी फ्रंटरनर बने हुए हैं, लेकिन ताज़ा सर्वेक्षणों से संकेत मिल रहे हैं कि उनकी बढ़त तेजी से कम हो रही है। एटलस पोल के अनुसार, ममदानी को 40.6 फीसदी समर्थन मिल रहा है, जबकि इंडिपेंडेंट उम्मीदवार एंड्र्यू क्यूमो 34 फीसदी और रिपब्लिकन कर्टिस सलिवा 24.1 फीसदी पर हैं। ममदानी का क्यूमो पर महज 6.6 फीसदी का अंतर अब तक का सबसे कम अंतर है। यह जुलाई के बाद से उनकी सबसे कमजोर स्थिति को दिखाता है। तो क्या ममदानी के लिए मेयर का यह चुनाव जीतना आसान नहीं है और वास्तविक नतीजे कुछ अलग भी हो सकते हैं?

पूरी दुनिया की नजरें इस रेस पर टिकी हैं, जहां स्वघोषित सोशलिस्ट ममदानी न सिर्फ न्यूयॉर्क बल्कि पूरे अमेरिका में चर्चा का केंद्र बने हुए हैं। यहां तक कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी उन पर निशाना साधा है। ममदानी की उम्मीदवारी इतनी प्रभावशाली है कि अगर वे जीतते हैं तो न्यूयॉर्क का पहला मुस्लिम मेयर बनने का इतिहास रचेंगे। लेकिन सवाल यह है कि क्या वे वाक़ई जीत पाएंगे? विभिन्न पोल अलग-अलग तस्वीर पेश कर रहे हैं, जो चुनाव को और रोमांचक बना रहे हैं।
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ममदानी: पोल्स में उतार-चढ़ाव

पिछले कुछ दिनों में ममदानी ने ताबड़तोड़ कैंपेन पर जोर दिया है। उन्हें हाउस डेमोक्रेटिक लीडर हकीम जेफ्रीज, यूएस रिप्रेजेंटेटिव जेराल्ड नाडलर, पूर्व उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और कथित तौर पर पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा जैसे प्रमुख लेफ्टिस्ट नेताओं का समर्थन मिला है।
हालांकि, पोल में ममदानी की लीड में वैरिएशन देखने को मिल रहा है। फॉक्स न्यूज के हालिया पोल में उन्हें सबसे बड़ी बढ़त दिखाई गई- 52 फीसदी ममदानी बनाम क्यूमो के 28 फीसदी और सलिवा के 13 फीसदी। वहीं, सफोक यूनिवर्सिटी का लेटेस्ट पोल उनकी लीड को आधा कर देता है– महज 10 फीसदी। सितंबर में इसी पोल ने ममदानी को 20 पॉइंट्स की बढ़त दी थी, जो 500 संभावित जनरल इलेक्शन वोटर्स पर आधारित था। मैनहट्टन इंस्टीट्यूट पोल में ममदानी क्यूमो से 15 पॉइंट्स आगे हैं, सलिवा तीसरे स्थान पर 19 फीसदी के साथ, जबकि मारिस्ट पोल उन्हें 48 फीसदी देता है, क्यूमो 32 फीसदी, सलिवा 16 फीसदी और 3 फीसदी अंडिसाइडेड।

क्विनिपियाक यूनिवर्सिटी का ताजा पोल (29 अक्टूबर) ममदानी को 43 फीसदी, क्यूमो को 33 फीसदी और सलिवा को 14 फीसदी दिखाता है। एमर्सन कॉलेज पोल (25-27 अक्टूबर) में तो ममदानी की लीड 25 पॉइंट्स (50 फीसदी बनाम क्यूमो के 25 फीसदी) है, सलिवा को 21 फीसदी। ये आँकड़े बताते हैं कि ममदानी अभी मजबूत हैं, लेकिन विरोधी खेमे में एकजुटता आते ही मुश्किल हो सकती है।
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ममदानी की जीत को खतरा?

ममदानी की जीत लगभग तय मानी जा रही है, लेकिन एक उम्मीदवार ऐसा है जो अंतिम परिणाम को पलट सकता है– वह हैं रिपब्लिकन कर्टिस सलिवा। सफोक यूनिवर्सिटी पॉलिटिकल रिसर्च सेंटर के डायरेक्टर डेविड पेलियोलॉगोस ने चेतावनी दी है, "न्यूयॉर्क सिटी में एक ऐसा व्यक्ति है जिसके वोटरों का परिणाम पर आउटसाइज्ड इम्पैक्ट हो सकता है। वह मेयर एरिक एडम्स, रिप्रेजेंटेटिव हकीम जेफ्रीज, सीनेटर चक शूमर या कोई न्यूयॉर्क बिलियनेयर नहीं हैं। वह हैं रिपब्लिकन कर्टिस सलिवा, जिनके वोटर क्यूमो को जीतने से रोक रहे हैं। और जब दूसरी पसंद पूछी गई, तो उनके वोटरों ने क्यूमो को ममदानी पर 36 फीसदी बनाम 2 फीसदी प्रेफर किया।' सलिवा के बाहर न निकलने से ममदानी को फायदा हो रहा है, लेकिन अगर वे ड्रॉप आउट करते हैं, तो क्यूमो को बूस्ट मिल सकता है।

क्यूमो जून में डेमोक्रेटिक प्राइमरी में ममदानी से हार चुके हैं, अब इंडिपेंडेंट के तौर पर मजबूत वापसी की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने ममदानी को 'एंटी-बिजनेस' और 'एंटी-कॉर्पोरेट' बताते हुए डेमोक्रेटिक पार्टी के लेफ्ट विंग पर हमला बोला है। उन्होंने आरोप लगाया है कि 'अगर यह सोशलिस्ट विंग जीत गया, तो डेमोक्रेटिक पार्टी मर जाएगी।' ट्रंप समर्थक बिलियनेयर्स जैसे बिल एकमैन ने क्यूमो के लिए भारी फंडिंग की है, जो ममदानी की कैंपेन को 'पीपल्स मूवमेंट' बताने का मौका दे रही है।
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ममदानी कैसे तेजी से उभरे?

जून में क्यूमो को हराने के बाद ममदानी ने कहा था, 'आज हमने इतिहास रचा।' तब से उनकी लोकप्रियता आसमान छू रही है। ओबामा जैसे बड़े नाम उनके साथ हैं। ममदानी भारतीय-अमेरिकी फिल्ममेकर मीरा नायर और कोलंबिया यूनिवर्सिटी के प्रसिद्ध भारतीय-युगांडाई पोस्टकोलोनियल स्टडीज स्कॉलर महमूद ममदानी के बेटे हैं। उनकी यह पृष्ठभूमि उनकी प्रगतिशील इमेज को मजबूत करती है, खासकर अफोर्डेबिलिटी, फ्री बस सर्विस और फिलिस्तीन समर्थन जैसे मुद्दों पर।

यह चुनाव न सिर्फ न्यूयॉर्क बल्कि अमेरिकी राजनीति के भविष्य को प्रभावित कर सकता है, जहां सोशलिज्म बनाम मॉडरेट डेमोक्रेसी की जंग चल रही है। न्यूयॉर्कवासी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।