2011 की जनगणना के अनुसार राज्य के 55 लाख लोग बाहर रहते हैं, जिनमें प्रवासी मज़दूरों की संख्या सबसे ज्यादा है।
बिहार की 12 करोड़ आबादी कोरोना जैसी बीमारी से कैसे लड़ेगी? क्या सरकार इसके लिए तैयार है?
जब पूरा देश कोरोना से जूझ रहा है ठीक उसी समय बिहार में एक महिला के साथ बलात्कार की ख़बर आती है। ये घटना उस समय होती है जब वह कोरोना बीमारी से बचाव के लिए बनाए गए गया के मगध अस्पताल के क्वरेंटाइन वार्ड में महिला भर्ती थी।
बिहार की इतनी बड़ी आबादी के लिए सिर्फ़ तीन जगह कोरोना वायरस के जाँच के इंतज़ाम हैं। आरएएमआरआई, आईजीएमएस और दरभंगा मेडिकल कॉलेज। आँकड़े कहते हैं कि प्रति एक लाख आबादी पर सिर्फ़ तीन लोगों की जाँच की सुविधा है।