योगेश प्रताप शेखर
लेखक दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय में सहायक प्राध्यापक (हिंदी) हैं।
प्रो. नंदकिशोर नवल: सदेह होना ही होना नहीं
- • साहित्य • 3 Sep, 2020
राम का मंदिर तो बन जाएगा पर राम को खो कर!
- • पाठकों के विचार • 6 Aug, 2020
प्रो. नंदकिशोर नवल: ज़िंदगी और साहित्य के ईमानदार ‘भावक’
- • साहित्य • 14 May, 2020
कोरोना काल: विश्वविद्यालयों पर बंदिशें क्यों; क्या शिक्षा के केंद्र नहीं, सरकारी एजेंसी हैं?
- • विचार • 12 Apr, 2020
Advertisement 122455