इस समय देश में दो आख्यान चल रहे हैं। एक है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जो राष्ट्र की एकता और अखंडता का आख्यान है और जो भारत को फिर से महान बनाने का दावा करता है। दूसरा आख्यान है नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी का जो कह रहे हैं कि देश के संविधान में सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय का जो संकल्प किया गया है वह सभी नागरिकों को मुहैया होना चाहिए। अगर सत्तापक्ष और प्रतिपक्ष में संवाद हो और जनता की समझदारी का स्तर ऊंचा हो तो इन दोनों को मिलाकर राष्ट्र और समाज का निर्माण किया जा सकता है जिसमें सभी को सुख और समृद्धि मिलने की गारंटी हो सकती है।