इतिहास में ऐसे क्षण आते हैं जब दुनिया की एक सामान्य धारा टूट जाती है। 22 सितम्बर 2025 को ब्रिटेन, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और पुर्तगाल तथा अगले दिन फ्रांस द्वारा फ़िलस्तीन को औपचारिक मान्यता देना पश्चिमी कूटनीति में वही ऐतिहासिक मोड़ है। ले मोंडे ने इस पर टिप्पणी करते हुए लिखा, "यह वह क्षण है जब यूरोप ने अमेरिकी कूटनीति की अनुगामी बनने से इनकार कर दिया और अपनी नैतिक रीढ़ की खोज की।"
विश्व बदल रहा है, भारत कहाँ खड़ा है? फ़िलस्तीन मान्यता और एक नया मोड़
- विश्लेषण
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- 24 Sep, 2025

अभूतपूर्व मानवीय संकट के शिकार ग़ज़ा में भूख से बिलबिला रहे हैं बच्चे
Palestine Statehood: ब्रिटेन, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस और अन्य देशों ने फ़िलस्तीन को औपचारिक मान्यता दे दी है। यह घटना पश्चिमी एकजुटता के टूटने और बहुध्रुवीय विश्व के उदय का प्रतीक है। लेकिन भारत की कूटनीति, इसराइल और फ़िलस्तीन के साथ उसके संबंधों की पड़ताल ज़रूरी है।