आमतौर पर कहा जाता है कि पके हुए चावल देखने के लिए बर्तन से सिर्फ़ एक दाना निकाल कर समझा जा सकता है कि चावल कितने पके हैं, पूरे पक गए हैं या नहीं। जितना अनुभवी और समझदार रसोइया होता है, उतना अंदाज़ा सही होता है। लेकिन क्या यही बात  चुनावों में वोटिंग के बाद हुए एग्ज़िट पोल या फिर वोटिंग से पहले होने वाले ओपिनियन पोल के लिए मानी जा सकती है या खरी उतरती है?