नेपाली युवाओं और छात्रों के आन्दोलन ने एक शानदार पहल का भ्रम पैदा किया पर चंद घंटे के अंदर ही उसका अराजक, बर्बर और दिशाहीन स्वरूप नजर आने लगा. अतीत में पिछले 150 वर्षों के दौरान यहां अनेक आंदोलन हुए, बहुतों ने अपना बलिदान दिया लेकिन सामंतवाद की जकड़ से जनता को मुक्ति नहीं मिल सकी. बेशक,1996 में माओवादियों के नेतृत्व में शुरू हुए जनयुद्ध ने 2008 में राजतंत्र को उखाड़ फेंका. लगभग 250 साल की राजशाही का स्थान गणराज्य ने ले लिया. यह एक क्रांति थी--सफल क्रांति. और उस समय से ही राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय प्रति-क्रांतिकारी शक्तियां सक्रिय हो गई थीं.