2025 का भारत एक ऐसे मोड़ पर खड़ा है, जहाँ विपक्ष की आवाज़ अब सिर्फ प्रतिरोध नहीं, बल्कि पुनर्निर्माण की घोषणा बन चुकी है। राहुल गांधी की हर प्रेस कॉन्फ्रेंस अब एक राजनीतिक विस्फोट है— जिसमें सिर्फ आरोप नहीं, बल्कि दस्तावेज़ी प्रमाण, तकनीकी विश्लेषण और जनभावनाओं की गूंज शामिल होती है। 18 सितम्बर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 75वें जन्मदिन के ठीक अगले दिन, राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर 'केंद्रीकृत वोट चोरी ऑपरेशन' का आरोप लगाकर एनडीए सरकार की नींव पर प्रहार किया। सवाल सबके मन में फिर से पुख्ता हो उठा, क्या सरकारें इसी तरह बन रही हैं?