बीजेपी सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने फिर से विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि हिन्दू कम से कम चाकू तेज करा कर रखें, कभी भी ज़रूरत पड़ सकती है। क्या ऐसी 'नफ़रत' वाली टिप्पणी के ख़िलाफ़ मोदी सरकार कोई कार्रवाई करेगी? क्या प्रधानमंत्री की ओर से भी कुछ ऐसा संकेत मिला है? इसका जवाब तो इससे भी मिल सकता है कि क्या प्रज्ञा सिंह के पहले के बयानों पर कभी कार्रवाई की गई है?