बिहार चुनाव के एग्जिट पोल्स में एनडीए को बड़ी जीत के संकेत मिले हैं जबकि महागठबंधन पिछड़ता दिख रहा है। प्रशांत किशोर की रणनीति इस बार असरदार नहीं दिखी। क्या नीतीश कुमार फिर मुख्यमंत्री बनेंगे?
बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे और अंतिम चरण की वोटिंग शाम 6 बजे ख़त्म होते ही एग्ज़िट पोल के नतीजे आ गए। मंगलवार शाम को जारी सात एग्जिट पोल्स ने सत्तारूढ़ एनडीए को स्पष्ट बहुमत का अनुमान लगाया है। इन एग्ज़िट पोल में बीजेपी-नीतीश कुमार की अगुवाई वाले एनडीए को 130 से 167 सीटें मिलने का पूर्वानुमान है, जबकि विपक्षी महागठबंधन को 70-103 सीटें मिल सकती हैं। प्रशांत किशोर की नई पार्टी जन सुराज को लगभग नगण्य प्रभाव दिखा रहा है, जिसमें केवल 0-5 सीटों का अनुमान है।
राज्य में चुनाव के लिए आए सभी एग्जिट पोल का औसत निकालें तो एनडीए को बड़ी जीत मिलती दिख रही है। छह एग्ज़िट पोल का औसत निकाले जाने पर एनडीए को 147 सीटें, महागठबंधन को 91 सीटें जन सुराज को 1 और अन्य को 4 सीटें मिलने के आसार हैं।
मैट्राइज ने अपने एग्ज़िट पोल में कहा है कि एनडीए को 147-167 सीटें मिल सकती हैं, जबकि महागठबंधन 70-90 सीटें जीत सकता है। जन सुराज पार्टी को 0-2 और अन्य को 0-5 सीटें मिलने के आसार बताए गए हैं।
बिहार चुनाव मैट्राइज एग्जिट पोल
P-MARQ ने राज्य की कुल 243 सीटों में से एनडीए को 142-162 सीटें मिलने का अनुमान लगाया है। इसने कहा है कि महागठबंधन 80-98 सीटें मिल सकती हैं। जन सुराज को 1-4 सीटें और अन्य को 0-3 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है।
बिहार चुनाव एग्ज़िट पोल P-MARQ
पीपल्स पल्स के एग्ज़िट पोल के अनुसार एनडीए को 133-159 पर जीतने के आसार हैं, जबकि महागठबंधन को 75-101 सीटें मिल सकती हैं। जन सुराज पार्टी को 0-5 और अन्य को 2-8 सीटें मिलने की संभावना है।
चाणक्य स्ट्रैटजीज के एग्ज़िट पोल के अनुसार एनडीए को 130-138 सीटें मिल सकती हैं। महागठबंधन को 100-108 सीटें और अन्य को 3-5 सीटें मिलने के आसार बताए गए हैं।
पोल स्ट्रैट के एग्ज़ीट पोल में एनडीए को 133-148, महागठबंधन को 87-102 और अन्य को 3-5 सीटें मिलने के आसार बताए गए हैं।
जेवीसी पोल ने एग्ज़िट पोल में एनडीए को 135-150, महागठबंधन को 88-103, जन सुराज पार्टी को 0-1 और अन्य को 3-6 सीटें मिलने के आसार बताए गए हैं।
दैनिक भास्कर के एग्ज़िट पोल के अनुसार एनडीए को 145-160 सीटें, महागठबंधन को 73-91 सीटें, जन सुराज को ज़ीरो और अन्य को 5-10 सीटें मिलने के आसार हैं।
दूसरे चरण में 67.14 प्रतिशत मतदान
बता दें कि दूसरे चरण में रिकॉर्ड 67.14 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। वोट गिनती 14 नवंबर को होगी। बिहार की 243 सदस्यीय विधानसभा के लिए दूसरे चरण की वोटिंग 122 सीटों पर 20 जिलों में सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक चली। पहले चरण (121 सीटें) में 6 नवंबर को 64.66 प्रतिशत मतदान हुआ था, जबकि दूसरे चरण में यह आंकड़ा बढ़कर 67.14 प्रतिशत हो गया, जो अब तक का सर्वाधिक है। चुनाव आयोग के अनुसार, नेपाल सीमा पर 700 किलोमीटर लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा को 72 घंटों के लिए सील कर दिया गया था, ताकि शांतिपूर्ण मतदान सुनिश्चित हो सके।
एनडीए ने विकास, कल्याण योजनाओं और जातिगत समीकरणों पर जोर दिया, जबकि महागठबंधन ने बेरोजगारी, पलायन और 'जंगल राज' के आरोपों को मुद्दा बनाया। जन सुराज ने खुद को तीसरा विकल्प बताते हुए शिक्षा, रोजगार और स्वच्छ राजनीति का वादा किया।
प्रशांत किशोर का असर नहीं?
पूर्व राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी ने सभी 243 सीटों पर उम्मीदवार उतारे, लेकिन एग्जिट पोल्स में इसे 0-5 सीटें ही मिलने का अनुमान है। किशोर ने अपनी 'बिहार बदलाव यात्रा' के जरिए युवाओं और प्रवासी मजदूरों को लक्षित किया, लेकिन वोटरों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया।
14 नवंबर को अंतिम फैसला
एग्जिट पोल्स ने एनडीए को मजबूत दिखाया है, लेकिन 2020 की तरह सरप्राइज संभव है। प्रशांत किशोर का फेल होना बिहार की राजनीति में तीसरे मोर्चे की संभावनाओं पर सवाल खड़े करता है। वोट गिनती 14 नवंबर को सुबह 8 बजे शुरू होगी और परिणाम शाम तक साफ हो जाएगा।